बेगूसराय, विजय कुमार सिंह।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्यव्यापी मांग दिवस आन्दोलन के आह्वान पर माकपा बेगूसराय जिला मुख्यालय ब्रह्मदेव राय भवन प्रांगण सहित जिला के विभिन्न गांवों के शाखाओं के तत्वावधान में कोविड 19 के नियमों का कठोरता से पालन करते हुए एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया।
ब्रह्मदेव राय भवन के प्रांगण में आयोजित मांग दिवस धरना की अध्यक्षता माकपा राज्य कमिटी सदस्य दिनेश प्रसाद सिंह एवं संचालन प्रभारी जिला सचिव सुरेश प्रसाद सिंह, कमरुद्दीन पुर सर्वहारा चौक पर आयोजित धरना की अध्यक्षता पार्टी जिला सचिव सुरेश यादव एवं संचालन अजय कुमार, रैंचियाही धरना की अध्यक्षता सुरेन्द्र साह, एवं संचालन रामनरेश निषाद, चांदवाड़ा में आयोजित धरना की अध्यक्षता चिंटू यादव एवं संचालन प्रमोद पंडित, मटिहानी अंचल के बलहपुर एवं सोनापुर धरना की अध्यक्षता माकपा अंचल सचिव रामविलास सिंह एवं संचालन सत्यनारायण रजक, मनिअप्पा में आयोजित धरना की अध्यक्षता विपिन कुमार सिंह एवं संचालन रंजीत कुमार, सैदपुर धरना की अध्यक्षता मो हातिम और संचालन मो साबिर ने किया बरौनी तेघड़ा मांग दिवस धरना की अध्यक्षता रामचन्द्र गुप्ता एवं संचालन जय गणेश चौरसिया, पकठौल में किशन चौधरी एवं रामाकांत चौरसिया तथा नोनपुर फरदी में अध्यक्षता जिला कमिटी सदस्य सुरेश पासवान एवं संचालन दिनेश तांती ने किया।
इस राज्यव्यापी मांग दिवस आन्दोलन में सीटू बिहार राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, माकपा जिला सचिव मंडल सदस्य दयानिधि चौधरी, ट्रेड यूनियन नेता अभिनन्दन झा, बीड़ी मजदूर यूनियन नेता राम विनय सिंह, विक्की पासवान, भूषण रमण, सचित राय, रामचन्द्र ठाकुर आदि नेताओं ने शिरकत करते हुए कोरोनावायरस से मुकाबला करने में बिहार सरकार एवं केन्द्र की मोदी सरकार की विफल और अपर्याप्त अक्षम कार्यप्रणाली की तीव्र भर्त्सना की। मांग दिवस धरना के बाद एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सीटू बिहार राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि कोविड 19 एटैक के पहले चरण की चेतावनी के बाद लगभग एक वर्ष का समय मिला। लेकिन बिहार की सुशासन नामधारी नीतीश सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ने देश एवं बिहार की जनता को कोविड 19 एटैक से बचाव एवं एक मजबूत इम्यून सिस्टम बनाकर मुकाबला करने का कोई ठोस कदम उठाया ही नहीं। बल्कि उल्टे आधा से अधिक स्वास्थ्य सेवा बाजार पर कब्जा बनाए कारपोरेट घरानों व बहुराष्ट्रीय कंपनियों को खुलकर लूटने का अवसर प्रदान करने का कार्य अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं कोरोनावायरस की सबसे खतरनाक प्रजाति कोविड 19 के एटैक से जूझते जन मानस के इस महाआपदा काल में एक एक करके चुनकर देश के सार्वजनिक परिसम्पतियों और उद्योगों को बेचने का सुनहरा अवसर बना कर बेशर्मी ढिठाई की सारी सीमाएं पार कर दी। इसलिए कोविड बचाव के लिए केरल मॉडल सम्पूर्ण भारत में लागू किया जाना चाहिए ।