समस्तीपुर, राजू सिंह/ विजय कुमार चौधरी।
जिले के हसनपुर प्रखंड मुख्यालय की ओर जाने वाली सड़क के बीच में एक पुल है, जो मृत बागमती नदी पर बनी हुई है, यह पुल कंक्रीट से बना हुआ है, जिसकी स्थिति खराब है। इस पुल का निर्माण वर्ष 1988 ईस्वी में किया गया था। विभाग को कुंभकरण की नींद ऐसी लगी हुई है कि टूटने का नाम ही नहीं ले रही है। इस पुल से हसनपुर के कई पंचायत जुड़े हुए हैं। इस पुल से मल्हीपुर, बीरपुर , परिदह, आतापर, हसनपुर बाजार, हसनपुर रेलवे स्टेशन, बड़गांव, रामपुर, रजवा, सकरपुरा, शासन सहित दर्जनों गॉव के लोगो का आना -जाना दिनभर लगा रहता है।
प्रखंड के लोगो को विभिन्न कार्यों को लेकर स्कूल से आवाजाही करते रहते हैं। इस समय पुल से टेंपो, बस, ट्रक, जीप, मोटरसाइकिल सहित कई वाहनों का आवाजाही हो रहा है।
बता दें कि 32 वर्ष पूर्व इस पुल का निर्माण किया गया था। कई छोटी-बड़ी दरारे हो गई है पुल में। साथ ही पुट के ऊपर की रैलिंग भी कई जगहों से टूट गई है।
क्या कहते हैं स्थानीय पीड़िता व्यक्ति
अमित चौधरी, मुन्ना झा, गणेश कनोडिया, डॉक्टर रामकुमार यादव, सोहन गुप्ता, सुरेंद्र राय, मोहम्मद तेतर ने बताया कि यह पुल 1988 में बना था। जिसकी हालत काफी जर्जर हो गई है। इसके बावजूद भी इस पुल पर दर्जनों छोटी-बड़ी बाहनों की आवा जाहि हर दिन हो रही है। हजारों लोग इस पुल से भी रोज गुजरते हैं पर विभाग एवं प्रशासन के लोग इस ओर बिल्कुल ध्यान देना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। ये लोग, बड़ा हादसा का इंतजार कर रहे हैं। वहीं रामाशीष यादव, रामनारायण मंडल, शिव शंकर यादव, अभिषेक गुप्ता, गौतम राय ने कहा कि इस पुल से होकर कई प्रखंडों की छोटी-बड़ी वाहनों की आवाजाही होती रहती है।
कुशेश्वरस्थान सिंधिया व बिथान प्रखंड के लोग भी इधर से गुजरते हैं। कई जनप्रतिनिधि की गाड़ी व पुलिस प्रशासन की गाड़ी भी इस पुल से गुजरती है लेकिन किन्ही ने इस जर्जर पुल के समाधान के लिए कदम बढ़ाना उचित नहीं समझ रहे है।
हम सभी क्षेत्रवासी विवश होकर इसी पुल से गुजरने को विवश हैं। अगर समस्या का निदान नहीं हुआ तो हसनपुर प्रखंड के लोग सड़क पर उतरेंगे।