बेगूसराय ::–
विजय कुमार सिंह ::–
3 मार्च 202, बुधवार
प्रतिष्ठित साहित्यकार एवं एपीएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ आनंद नारायण शर्मा की 12वीं स्मृति दिवस शहीद सुखदेव सिंह समन्वय समिति की ओर से मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने की। डॉक्टर आनंद नारायण शर्मा व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए साहित्यकार डॉक्टर चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि हिंदी साहित्य में भाव और भाषा दोनों की दृष्टि से डॉ आनंद नारायण शर्मा की रचनाओं में युगांतर परिवेश अंकृत हुआ है। उनकी रचना सुकवी, समीक्षा विद्वानों की पृष्ठभूमि रही है।
इस अवसर पर फिल्म अभिनेता अमिय कश्यप ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है, साहित्य के बिना समाज का सृजन नहीं हो सकता साहित्य ही हमारी संस्कृति है।
इस अवसर पर एमएन रहमानी ने कहा कि हिंदी भाषा को पूर्ण रूप से परिभाषित करने का श्रेय साहित्यकार आनंद नारायण शर्मा की फितरत रही है।
https://youtu.be/U-NS6yAd_s4
इस अवसर पर लेखक एवं साहित्यकार शिव बालक सिंह ने कहा की डॉ आनंद नारायण शर्मा की रचनाओं में जीवन के भोगे हुए यथार्थ का चिंतन हुआ है।
अध्यक्षीय संबोधन में शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि हिंदी साहित्य के दीप को बेगूसराय के धरा पर प्रज्वलित करने का काम साहित्य के लव प्रतिष्ठित रचनाकार डॉ आनंद नारायण शर्मा ने की।
इस अवसर पर मोहम्मद सवाब आलम, अभिषेक सिंह छात्र नेता एआईएसएफ अंचल सचिव, राजेंद्र महतो अधिवक्ता जेपी सेनानी, महिला सेल के सचिव सुनीता देवी, अनेकों ने उनके जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया।