बेगूसराय ::–
विजय कुमार सिंह ::–
28 फरवरी 2021, रविवार
वतन के आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले चंद्रशेखर आजाद, सीपीआई सिहमा के जांबाज कॉमरेड रामलगन सिंह एवं नयागांव के कॉमरेड राजनीति सिंह के शहादत दिवस पर शनिवार देर शाम योगेंद्र स्मारक पुस्तकालय परिवार एवं सीपीआई सिहमा शाखा की ओर से पुस्तकालय परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
पुस्तकालय के सचिव कृष्णानंद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पुस्तकालय के संरक्षक सह सीपीआई नेता अनिल कुमार अंजान ने कहा कि आजादी हमें तोहफा में नहीं मिला है। इसके लिए अनगिनत भारत मां के वीर सपूतों ने कुर्बानियां दी है। जिसमें चंद्रशेखर आजाद का नाम अगली पंक्ति में है। अंग्रेजों के फूट डालो राज करो की नीति को बेनकाब करते हुए जब “भारत मां के चार सिपाही हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई” का नारा गुंजायमान होने लगा, तो हमने अंग्रेजों को यहां से मार भगाया। दुर्भाग्यवश गोरे चमड़े वाले अंग्रेज की जगह काले चमड़े वाले अंग्रेज (धन्नासेठ) आ गए। फलतः मौजूदा शोषण, उत्पीड़न, जातीय भेदभाव, गैर बराबरी के खिलाफ एक नई जंग की शुरुआत सीपीआई ने की। जिसमें हमने कई कीमती साथियों को खोया।
अकेले बेगूसराय जिले में हमने 139 नेता की शहादत दी। जिसमें दर्जनों मुखिया, सरपंच, वकील, प्रोफेसर, शिक्षक, प्रधानाध्यापक, प्रखंड प्रमुख, कलाकार से लेकर विधायक तक शामिल है। कॉमरेड रामलगन सिंह सिहमा एवं कॉमरेड राजनीति सिंह नयागांव इसी पथ के पथिक बने। साथ-साथ जीने और मरने के संकल्प को इन्होंने 1987 में अपनी शहादत देकर निभाया। दोस्ती का अपने आप में यह अद्वितीय मिसाल बन गया।
सभा के शुरुआत में ही मौन मोमबत्ती जुलूस निकाला गया। तत्पश्चात उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए दो मिनट का खड़ा होकर मौन श्रद्धांजलि दी गई। सभा को पार्टी नेता रमेश सिंह, निशाकर कुमार, अशोक पासवान, संजय राय, राम विनोद सिंह, राजेश कुमार, पवन कुमार शर्मा, संजय सिंह, देवेंद्र सिंह, अमर कुमार, शोषण सिंह, शंभू सिंह, भुल्लू ठाकुर सहित कई लोगों ने संबोधित किया।