छपरा: 7 फरवरी को मनाई जाएगी सन्यासी शिव चैतन्य जी की स्मृति दिवस
समाचार संपादक – चन्द्र प्रकाश राज ,
● 7 फरवरी को मनाया जाएगा सत्य निरंजन योग सेवा केंद्र शेरपुर का वार्षिकोत्सव
छपरा/सारण: बिहार योग विद्यालय मुंगेर के संस्थापक परमहंस स्वामी सत्यानंद सरस्वती जी के मूलभुत संदेश ‘सेवा, प्रेम और दान तथा दो, दो और दो’ को चरित्रार्थ करते हुए उनके अनुयायियों में से एक सन्यासी डॉ. राम ललन के द्वारा पिछले १२ वर्षों से अनवरत सन्यासी शिव चैतन्य जी की स्मृति दिवस पर जरूरतमंदों की सहायता की जा रही है। ये अपने आस पास के गांव के असहाय, मजबूर, कमजोर बूढ़े, विधवाओ के सहयोग के लिए अपने गुरु भाइयों के साथ हमेशा तत्पर रहते है।
इस वर्ष भी सत्य निरंजन योग सेवा केंद्र शेरपुर, घेघटा, सारण के वार्षिकोत्सव सह सन्यासी शिव चैतन्य जी की स्मृति दिवस पर 7 फरवरी को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यकम की शुरुआत 5 फरवरी को सुन्दरकाण्ड पाठ से आरम्भ होगा एवं 6 फरवरी को महामृत्युंज मंत्र जप एवं हवन तथा 7 फरवरी को योग, सत्संग, किर्तन-भजन तथा सैकड़ों गरीबों असहायों को उपयोगी सामग्रियों तथा बच्चो को शिक्षण सामग्री का वितरण के उपरान्त नारायण भोज के साथ समापन किया जाएगा।
छपरा: 7 फरवरी को मनाई जाएगी सन्यासी शिव चैतन्य जी की स्मृति दिवस
● 7 फरवरी को मनाया जाएगा सत्य निरंजन योग सेवा केंद्र शेरपुर का वार्षिकोत्सव
छपरा/सारण: बिहार योग विद्यालय मुंगेर के संस्थापक परमहंस स्वामी सत्यानंद सरस्वती जी के मूलभुत संदेश ‘सेवा, प्रेम और दान तथा दो, दो और दो’ को चरित्रार्थ करते हुए उनके अनुयायियों में से एक सन्यासी डॉ. राम ललन के द्वारा पिछले १२ वर्षों से अनवरत सन्यासी शिव चैतन्य जी की स्मृति दिवस पर जरूरतमंदों की सहायता की जा रही है। ये अपने आस पास के गांव के असहाय, मजबूर, कमजोर बूढ़े, विधवाओ के सहयोग के लिए अपने गुरु भाइयों के साथ हमेशा तत्पर रहते है।
इस वर्ष भी सत्य निरंजन योग सेवा केंद्र शेरपुर, घेघटा, सारण के वार्षिकोत्सव सह सन्यासी शिव चैतन्य जी की स्मृति दिवस पर 7 फरवरी को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यकम की शुरुआत 5 फरवरी को सुन्दरकाण्ड पाठ से आरम्भ होगा एवं 6 फरवरी को महामृत्युंज मंत्र जप एवं हवन तथा 7 फरवरी को योग, सत्संग, किर्तन-भजन तथा सैकड़ों गरीबों असहायों को उपयोगी सामग्रियों तथा बच्चो को शिक्षण सामग्री का वितरण के उपरान्त नारायण भोज के साथ समापन किया जाएगा।