मंसूरचक (बेगूसराय) ::–
मिंटू झा ::–
03 अक्टूबर 2020, शनिवार
आसमान छू रही सब्जियों की महंगाई ने आम उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा दी है। सब्जियों के साथ-साथ आलू, प्याज व अन्य टिकाऊ सब्जियों के दाम में भी लगातार इजाफा हो रहा है।
बीते दो महीने में हरी सब्जियों की कीमतें तीन गुनी हो गई हैं और बरसात के मौसम में सब्जियों की महंगाई से जल्द राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इन दिनों बेगूसराय जिले सहित मंसूरचक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव में
भिंडी और लौकी की खुदरा कीमतें बीते दो महीने में तिगुनी तो करेला की चौगुनी हो गई है। आलू और प्याज भी दोगुने दाम पर बिक रहे हैं। खुदरा सब्जी विक्रेता कहते हैं। कि थोक मंडियों से ही ऊंचे भाव पर सब्जियां आ रही हैं।
वहीं,थोक व्यापारी कहते हैं कि बरसात के चलते आवक कम है।जिसके कारण दाम में इजाफा हुआ है।
प्याज का खुदरा भाव 50 से 55 रुपए प्रति किलो पहुंच गए है तो आलू का का भाव 30 से 35 रुपए प्रति किलो, जबकि टमाटर का खुदरा भाव 60 से 70 रुपए प्रति किलो पर आ गया है। वही हरी मिर्च 100 रुपये किलो हो गई है। गोभी 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
सब्जी कारोबारियों का कहना है कि बरसात के सीजन में हर साल आवक प्रभावित होने के कारण सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं।
इस समय मांग के मुकाबले आपूर्ति कम होना सब्जियों की कीमतों में इजाफा की मुख्य वजह है। बरसात में खेतों में पानी खड़ा होने से फसल खराब हो गई है, जिससे आवक कम है और नई फसल आने तक कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद कम है।
कारोबारी बताते हैं कि अब होटल, ढाबा व रेस्तरां में भी खुल गए हैं, जिससे आलू, प्याज और टमाटर समेत हरी सब्जियों की मांग बढ़ गई है, इसलिए कीमतों में तेजी देखी जा रही है।
गरीब परिवार के लोग जहां सब्जी को खाना भूल चुके हैं। बताते चलें कि महंगाई आसमान छू रही हैं।लोगों की हालत चिंताजनक होती जा रही है।

