मंझौल, बेगूसराय ::–
अविनाश कुमार गुप्ता
08 सितम्बर 2020 मंगलवार
जय मंगला उच्च विद्यालय मंझौल के बदहाली और सवाल पूछने पर प्राध्यापक द्वारा किया गया दुव्यवहार ने आज मंझौल क्षेत्र के युवाओं और छात्रों को आंदोलित कर दिया। छात्र और युवा विद्यालय प्रबंधन के विरोध में आज एक दिवसीय धरना पर बैठ गए।
लगभग सभी छात्र संगठन के प्रतिनिधि ने इस धरना में भाग लिया और विद्यालय की बदहाली के लिए प्रधानाध्यापक व विद्यालय प्रबंधन को दोषी ठहराया।
ज्ञात हो कि जो जयमंगला उच्च विद्यालय जिले के सबसे ख्याति प्राप्त विद्यालययों में शुमार है। वह आज दुर्दशा और अव्यवस्था का दंश झेल रहा है।
धरना पर बैठे युवा समाजसेवी अभिषेक कुमार ने बताया कि यह पता ही नहीं चलता है कि इस विद्यालय में कोई विद्यालय प्रबन्ध कमिटी है भी या नहीं। कोष में पैसे जमा हैं लेकिन विद्यालय जीर्णोद्धार के लिए किसी तारण हार का बाट जोह रहा है।
विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाध्यापक मनीष कुमार से ये छात्र अधिक खफा प्रतीत हुए। छात्रों में कार्यकारी प्रधानाध्यापक के प्रति अधिक रोष दिखा। छात्रों ने प्रधानाध्यापक पर विद्यालय प्रबंधन को स्थूल करने, विद्यालय की क्षमता को कम करने और ऐसा माहौल तैयार करने का आरोप लगाया कि विद्यालय में छात्र न आयें, चारो तरफ गंदगी फैला रहे और जंगल फैला रहे। इसीलिए अभी तक प्रबंध समिति का गठन नहीं हो पाया है।
अभी हाल के समय मे विद्यालय से कंप्यूटर और अन्य उपकरण की चोरी हो गई, लेकिन इसका पता ही प्राचार्य को कई दिनों के बाद चला। अगर प्रबंध समिति का गठन हुआ होता तो वह प्रबंध समिति उचित कार्यवाही करते।
ज्ञातव्य हो कि स्थानीय विधायक किसी भी उच्च विद्यालय के प्रबंधन समिति के पदेन अध्यक्ष होते हैं। युवा नेता पुरुषोत्तम कुमार और राजकुमार ने कहा कि प्रबंध समिति का निर्माण ही इसलिए नहीं किया गया कि अपनी मन-मर्जी तरीके से विद्यालय चलाया जा सके।
आज धरना में छात्रों की मुख्य माँगे —
1) विद्यालय प्रबंध समिति का निर्माण।
2) प्रभारी प्रधानाध्यपक के जगह स्थायी प्रधानाध्यपक की नियुक्ति
3) विद्यालय भवन का जीर्णोद्धार
4) 12वीं के 300 छात्रों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति।
5) रात्रि प्रहरी की नियुक्ति।
6) पूर्व के तरह उन्नत प्रयोगशाला का निर्माण।
7) विद्यालय के कैंपस के अंदर खेल परिषर का निर्माण और खेल के उपकरणों की व्यवस्था हो।
आज के इस धरना प्रदर्शन में कहा गया कि उपरोक्त मांग स्कूल की गौरवशाली इतिहास को वापस लाने और विद्यालय को सुचारू रूप से चलाने के लिए हैं। अगर विद्यालय प्रबंधन और शिक्षा विभाग के द्वारा इन माँगों पर विचार नहीं किया जाता है तो हम पुनः एक गतिशील आंदोलन के द्वारा समाज की इस लड़ाई को लड़ेंगे।
कार्यक्रम में रौशन कुमार, अमित कुमार, सोनू कुमार, राजा कुमार, राहुल कुमार, रवि कुमार, मेराज कुमार एवं अन्य छात्र नेता उपस्थिय थे। कार्यक्रम में कई स्थानीय अभिभावक ने भी हिस्सा लिया।


