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बेरोजगारी, निजीकरण व महंगाई बढाने वाला है बजट – आइस

बेगूसराय ::– 

@ आइसा नेताओं ने बजट को छात्र-नौजवान व असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए पूर्णतः निराशाजनक बताया

07 जुलाई 2019

छात्र संगठन आइसा जिला कमिटी की बैठक अम्बेडकर चौक स्थित जिला कार्यालय में संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव अभिषेक आनंद व संचालन जिला उपाध्यक्ष राजा पटेल ने किया.

बैठक में आइसा नेताओ ने बजट 2019-20 पर विस्तृत रुप से चर्चा किया. मौके पर छात्र नेताओं ने बजट को निजीकरण, महंगाई, बेरोजगारी व निराशा बढाने वाला करार दिया.

आइसा के राज्य सह-सचिव वतन कुमार ने कहा कि बजट में नए रोजगार सृजन के बारे में एक शब्द भी नहीं है. न्यूनतम मजदूरी में बढ़ोत्तरी, ग्रामीण रोजगार के लिए मनरेगा के बजट में बढ़ोत्तरी और सामाजिक सुरक्षा के सवाल पर बजट में कुछ नहीं है.

यह बजट बेरोजगारी, असमानता को बढ़ाने वाला है और छात्र-नौजवान व असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए पूर्णतः निराशाजनक है. उन्होंने कहा कि बजट में पहले से महंगे पेट्रोल-डीजल पर १ रुपया प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी और १ रुपया प्रति लीटर सेस बढया गया है.

इससे माल ढुलाई व यात्री किराए पर असर पड़ेगा और आम आदमी की रोजमर्रा के उपभोग की वस्तुओं सहित हर ओर महंगाई बढ़ेगी. साथ ही बजट में एअर इंडिया सहित रेलवे में 50 हजार करोड़ के विनिवेश की घोषणा की गयी है.

बीमा क्षेत्र की कंपनियों में भी 100% विदेशी निवेश की घोषणा की है. इस तरह यह बजट सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण को और भी तेज गति देने वाला है.

बैठक में आइसा के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने नई शिक्षा नीति- 2019 को कॉरपोरेट का मुखोटा कहा साथ ही नई शिक्षा नीति-2019 को आनन फानन में ड्राफ्ट कर इसके रिव्यु के लिए गिनती के चंद दिन छोड़े जाने पर भी सवाल खड़े किए.

जिला अध्यक्ष ने कहा नई शिक्षा नीति मोदी सरकार की कंपनी राज को स्थापित करने का ही प्रयास है. छात्रों व युवाओं को इस नई शिक्षा नीति का जोरदार विरोध करना होगा. उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों, कॉलेजों की खस्ताहाल स्थिति पर सरकार कोई ठोस कदम उठाने के बजाय उसे बंद कर रहे हैं, और इस सरकार का कॉरपोरेट जगत के शिक्षा पर पूरा नियंत्रण स्थापित कराने की मंशा है. ग्रेड आधारित और वित्त आधारित स्वायत्तता को फिर से दोहराते हुए महंगी फीस और सेल्फ फाइनेंसिंग को प्रोत्साहित करने की साजिश और शिक्षा नीति बनाने में राज्यों की भूमिका में कटौती किया गया है. जिसके खिलाफ छात्र संगठन आइसा छात्रों को एकजुट कर ज़ोरदार आंदोलन चलाएगी.

बैठक में ज़िले के विभिन्न कॉलेजो में चल रहे नामांकन प्रक्रिया में छात्रों के लिए सहायता केंद्र , 2000 छात्रों को सदस्यता अभियान चला कर संगठन से जोड़ने व 9-10 अगस्त को समस्तीपुर में आइसा के होने वाले राज्य सम्मेलन की तैयारी को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार चलाने का निर्णय लिया गया.

मौके पर बलिया प्रखंड अध्यक्ष सलमान राईन, वीरपुर प्रखंड अध्यक्ष संतोष चौरसिया ,डंडारी प्रखंड संयोजक मो० मोसद्दीक, खोदावंदपुर प्रखंड संयोजक सोनू अकेला, बरौनी प्रखंड संयोजक इरशाद पठान , नगर संयोजक रौशन कुमार सहित छात्र नेता अविनास कुमार, प्रसांत कश्यप, राजा बाबू, सन्नी कुमार, ऋषभ कुमार, जितेंद्र कुमार, अमित कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे.

By National News Today

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